भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार अजीत वाडेकर का स्वतंत्रता दिवस के
दिन निधन हो गया। वाडेकर के निधन से भारतीय क्रिकेट जगत शोक में डूबा हुआ
है। पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान और पहले वनडे कप्तान अजीत वाडेकर का बुधवार
को 77 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे, कैंसर
की लंबी बीमारी के बाद वाडेकर का मुंबई में निधन हो गया।
वाडेकर ने 1966 में वेस्टइंडीज के खिलाफ करिअर की शुरुआत की थी। वे 1971
में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में पहली टेस्ट सीरीज जिताने वाले कप्तान थे।
वाडेकर ने एलफिस्टन कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। दरअसल वाडेकर की
पिता उन्हे इंजीनियर बनाना चाहते थे।
प्रति मैच तीन रुपए के लिए जुड़े टीम इंडिया से
भारत के सफल कप्तानों में गिने जाने वाले वाडेकर का सपना बचपन से
क्रिकेटर बनने का नही था। वाडेकर जब अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे
तब भारत के पूर्व लेग स्पिनर बालू गुप्ते उनके कॉलेज में उनके सीनियर थे
उन्होंने अजीत से पूछा कि हमें 12वें खिलाड़ी की जरूरत है। क्या आप
खेलेंगे? इसके लिए आपको तीन रुपए मैच फीस मिलेगी। वाडेकर ने उनका ऑफर
स्वीकार कर लिया और भारतीय टीम में शामिल हो गए और आगे चलकर भारतीय टीम का
टेस्ट व वनडे मैचों में नेतृत्व किया तथा विदेशी धरती पर पहले बार भारत को
जीत दिलाई थी।
पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान और पहले वनडे कप्तान अजीत वाडेकर नही रहे
Reviewed by Facts for trends
on
August 19, 2018
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